कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में सोमवार रात एक सनसनीखेज वारदात सामने आई, जिसमें छह बदमाशों ने एक सराफा कारोबारी पर हमला कर लाखों की लूट को अंजाम दिया। कारोबारी अनिल वर्मा अपनी दुकान बंद कर स्कूटी से घर लौट रहे थे, तभी बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गिरा कर डिग्गी में रखे करीब साढ़े तीन लाख के जेवर, चालीस हजार रुपये नकद, मोबाइल और स्कूटी लेकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन सीमा विवाद में ही उलझी रही।
घटना नरवल थाना क्षेत्र के घाटूखेड़ा बंबा के पास की है, जहां अनिल वर्मा की स्कूटी को दो बाइकों पर सवार छह बदमाशों ने टक्कर मार कर गिराया। इसके बाद मारपीट कर उनसे कीमती सामान और स्कूटी छीनकर भाग निकले। अनिल ने बताया कि लूट के वक्त स्कूटी की डिग्गी में सोने-चांदी के जेवर और नकदी रखी थी। उन्होंने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी, लेकिन जब नरवल और महाराजपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो सीमा विवाद में उलझ गई।
वारदात के बाद पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठे, लेकिन इसी बीच एक राहत की बात सामने आई। सराफा की स्कूटी में GPS ट्रैकर लगा था, जिसकी मदद से लोकेशन ट्रैक कर ली गई। अनिल वर्मा के बेटे, जो हरिद्वार में नौकरी करते हैं, ने स्कूटी की लोकेशन ट्रैक की और देखा कि वह नरवल मोड़ हाइवे किनारे खड़ी है। पुलिस और व्यापारी जब मौके पर पहुंचे तो स्कूटी तो मिल गई लेकिन जेवर और नकदी गायब थी।
फिलहाल पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं और टौंस चौराहे से लेकर चकेरी की ओर भागने वाले रूट पर जांच तेज कर दी है। हालांकि अभी तक पीड़ित की तरफ से कोई लिखित तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस को आशंका है कि बदमाश हाइवे से होते हुए चकेरी की ओर भागे हैं। लुटेरों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।